टोंक। राजस्थान के टोंक जिले के मालपुरा कस्बे में बीती शाम विजयादशमी के जुलूस के समय मुसलमानों द्वारा किए गए पथराव के बाद वहां बिगड़े हालात के मद्देनज़र जिला प्रशासन ने सुबह 6 बजे से आगामी घोषणा तक कर्फ्यू लगा दिया है। पुलिस और प्रशासन ने यहां रात 12 बजे के बाद से ही सभी कंपनियों की इंटरनेट सेवाओं को आगामी 48 घंटे के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया है। इसके साथ ही सुबह कस्बे में अख़बारों के वितरण पर रोक लगाते हुए रोडवेज़ बसों से पहुंचे अखबारों के बंडलों को अपने कब्ज़े में ले लिया है। जिला प्रशासन और पुलिस ने नगर पालिका के कर्मचारियों की मदद से आज (बुधवार) सवेरे लगभग 4.30 बजे रावण का दहन भी संपन्न करवा दिया है। इस दौरान लोगों का किसी तरह का विरोध न हो पाए, इसके मद्देनज़र पूरे दशहरा मैदान को सुरक्षाबलों के जवानों ने अपनी सुरक्षा में ले लिया है। इसके बाद कलेक्टर केके शर्मा व एसपी आदर्श सिद्धू की मौजूदगी में पालिका कर्मचारियों द्वारा रावण का दहन कर दिया गया है।
ग़ौरतलब है कि बीती शाम विजयादशमी के जुलूस पर उपद्रवियों द्वारा उस समय पथराव कर दिया गया था, जिस वक्त जुलूस में शामिल लोगों का स्वागत और सम्मान किया जा रहा था। इस घटना के बाद जुलूस में भगदड़ मच गई थी। मौके पर मौजूद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने जैसे तैसे श्रद्धालुओं को दशहरा मैदान तक पहुंचाया था।
इस घटना के बाद उस समय गतिरोध पैदा हो गया जब मालपुरा विधायक कन्हैयालाल चौधरी के नेतृत्व में एकत्रित लोगों ने रावण दहन से पूर्व पथराव करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पहले दशहरा मैदान और बाद में पुलिस थाने के बाहर धरना शुरू कर दिया। हालात और ज्यादा न बिगड़े, इसके चलते रात में ही कलेक्टर केके शर्मा, पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू और आईजी (अजमेर) संजीव कुमार नर्जरी भी मालपुरा पहुंचे और रावण दहन पर सहमति बनाए जाने का प्रयास किया।
फिलहाल सभी अधिकारी मालपुरा में डेरा डाले हुए हैं। पूरे कस्बे में पुलिस, आरएसी और दंगा निरोधक बल के जवानों की तैनाती कर दी गई है। एसपी सिद्धू ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्धों की पहचान और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।