भारत में NRC से बंग्लादेश को दिक्कत नहीं: शेख हसीना

नई दिल्ली। चार दिन के भारत दौरे पर आई बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना गुरुवार को दिल्ली पहुच गई हैं। भारत आने के बाद शेख हसीना ने कहा कि असम के राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) से बांग्लादेश को कोई दिक्कत नहीं है।


उन्होंने कहा कि इस बारे में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) अधिवेशन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले ही बात हो चुकी है। बता दें कि भारत सरकार एनआरसी के जरिए घुसपैठियों की पहचान कर रही है। इसमें बड़ी तादाद में बांग्लादेश से आए लोग शामिल हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब शेख हसीना से पूछा गया कि क्या वो पीएम मोदी के आश्वासन से संतुष्ट हैं, इसपर उन्होंने कहा, 'बेशक. मुझे एनआरसी से कोई समस्या नहीं होती दिख रही है। बांग्लादेश को भी इससे चिंतित नहीं होना चाहिए, क्योंकि पीएम मोदी से मेरी बात हो चुकी है। सब ठीक है।' बांग्‍लादेश की शेख हसीना वर्ल्‍ड इकोनॉमिक फोरम की इंडिया इकोनॉमिक समिट में हिस्‍सा लेने भारत आई हैं। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शनिवार को द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगी।
दरअसल, बीते हफ्ते पीएम मोदी UNGA के अधिवेशन में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क गए थे। इस दौरान उनकी मुलाकात बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना से हुई थी। तब हसीना ने एनआरसी का मुद्दा उठाया था और चिंता जाहिर की थी। इसपर पीएम मोदी ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि भारत-बांग्लादेश के बीच अच्छे संबंध हैं। ऐसे में बांग्लादेश को एनआरसी से चिंतित होने की जरूरत नहीं है।
बता दें कि असम की एनआरसी सूची में नाम शामिल करवाने के लिए 3 करोड़ 30 लाख 27 हजार 661 लोगों ने आवेदन दिया था। सितंबर में जारी की गई अंतिम एनआरसी सूची में कुल 3,30,27,661 आवदेकों में से 19,06,657 आवेदक बाहर किए गए और 3,11,22,004 आवेदकों को सूची में शामिल किया गया है।
दस्तावेजों की जांच के बाद 3 करोड़ 11 लाख 21 हजार 4 लोगों के नाम शामिल किया गया। इनमें से 19 लाख 6 हजार 657 लोगों के नाम एनआरसी से बाहर किया गया। हालांकि एनआरसी में लोगों को शामिल करने को लेकर कई तरह की त्रुटियां सामने आई हैं। जिसको देखते हुए असम सरकार ने कहा है कि जिनका नाम एनआरसी में नहीं है उन्हें विदेशी ट्रिब्यूनल के सामने अपनी नागरिकता साबित करने का मौका मिलेगा।